पलामू-गढ़वा में हो रहे अवैध माइनिंग को केन्द्र में रखकर पूर्व दारोगा की मौत मामले की सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट में एक और जनहित याचिका दायर

पलामू-गढ़वा में हो रहे अवैध माइनिंग को केन्द्र में रखकर पूर्व दारोगा की मौत मामले की सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट में एक और जनहित याचिका दायर


-- प्रमुख संवाददाता
-- 21 जनवरी 2022

बहुचर्चित रूपा तिर्की हत्याकांड के सीबीआई से उद्भेदन के लिए जनहित याचिका दायर करने वाले अनुरंजन अशोक ने नावा बाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की मौत मामले की सीबीआई जांच के लिए रांची हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है । इसके पूर्व मृत सब इंस्पेक्टर लालजी यादव के भाई संजीव कुमार यादव ने गत 17 जनवरी को इसी मामले में सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी । अनुरंजन अशोक द्वारा दायर की गयी जनहित याचिका में गढ़वा-पलामू में कथित रूप से हो रहे अवैध माइनिंग को केन्द्र में रखा गया है । याचिका में पलामू एसपी चंदन सिन्हा, डीटीओ अनवर हुसैन और एसडीपीओ सुरजीत कुमार के अलावा राज्य के कैबिनेट मंत्री सह गढ़वा विधायक मिथिलेश ठाकुर, नीतेश सिंह, बीडी प्रसाद, विनय ठाकुर उर्फ बीनू ठाकुर को भी प्रतिवादी बनाया गया है ।

याचिका में मिथिलेश ठाकुर को अवैध स्टोन माईंस व क्रसर तथा अवैध बालू से जुड़े धंधे का किंगपिन बताया गया है ।‌ कहा गया है कि इन धंधों से जुड़े सैंकड़ों ट्रक अन्य राज्यों में प्रतिदिन माल लेकर जाते हैं जिनसे संबद्ध थाने की पुलिस वसूली करती है । यह भी कहा गया है कि इसी अवैध माइनिंग को लेकर लालजी यादव की मौत हुई ।

ईडी और इनकम टैक्स विभाग को भी पार्टी बनाया गया

याचिका में ईडी और इनकम टैक्स विभाग को भी पार्टी बनाया गया है । कहा गया है कि अवैध घंधे को लेकर उक्त विभाग संबद्ध लोगों की संपत्तियों की जांच करे । याचिका में गढ़वा और पलामू में अवैध माइनिंग तथा इससे संबद्ध अवैध वसूली को केन्द्र में रखा गया है ।

याचिका में इस बात का भी जिक्र है कि सब इंस्पेक्टर लालजी यादव की मौत के कारणों के पर्दाफाश के लिए उनके परिजन रिम्स में उनका पोस्टमार्टम करवाना चाहते थे, जो पलामू पुलिस प्रशासन ने नहीं होने दिया । यह भी कहा गया है कि आरोपी मृतक लालजी यादव और उनके परिवार पर दबाव बना रहे हैं कि उन्होंने जो सीबीआई जांच के लिए याचिका दायर की है, उसे मैनेज किया जाए । आरोपी नहीं चाहते कि इस मामले की सीबीआई जांच हो ।

याचिका में कहा गया है कि जांच की दिशा भटकाने के लिए इस केस में सीआईडी जांच का सहारा लिया गया है । यह अनुरोध किया गया है कि पलामू एसपी, डीटीओ और एसडीपीओ पर 302 का मुकदमा दर्ज करते हुए इनपर विभागीय कार्रवाई की जाए । याचिका में राज्य के एक और मंत्री आलमगीर आलम को भी अवैध धंधे में लिप्त बताया गया है । याचिका में इस बात का भी जिक्र है कि पलामू एसपी चंदन सिन्हा सीएम के प्रेस सलाहकार अशोक प्रसाद पिंटू के रिश्तेदार हैं और पिंटू की छत्रछाया में अवैध काम करवा रहे हैं । 

सीआईडी कर रही है मामले की जांच

नावा बाजार थाना में बृहस्पतिवार को सब इंस्पेक्टर लालजी यादव की मौत मामले की जांच करने रांची से सीआईडी की टीम पहुंची । सीआईडी की टीम ने मजिस्ट्रेट राकेश श्रीवास्तव की उपस्थिति में उस सील कमरे को खुलवाया, जिसमें लालजी यादव ने कथित रूप से आत्महत्या की थी । टीम ने कमरे में रखी हर चीजों और स्थितियों का बारीक अध्ययन किया ।

नावा बाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव को पलामू कप्तान चंदन सिन्हा के द्वारा 6 जनवरी 2022 को निलंबित कर दिया था । गत 11 जनवरी 2022 को नावा बाजार थाना के ही एक कमरे के छत में लगे पंखा से मफलर के फंदे के सहारे उनका शव मिला था । इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने  लालजी यादव की मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर एनएच 98 मुख्य पथ को 16 घंटे तक जाम कर दिया था । राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीआईडी से कराने की अनुशंसा की है ।