राम मंदिर आंदोलन के मुखिया लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी‌ तथा उमा भारती प्राण प्रतिष्ठा समारोह में क्यों नहीं हुए शामिल

राम मंदिर आंदोलन के मुखिया लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी‌ तथा उमा भारती प्राण प्रतिष्ठा समारोह में क्यों नहीं हुए शामिल

वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाये । इन तीनों नेताओं ने राम मंदिर आंदोलन में बड़ी और सक्रिय भूमिका निभायी थी ।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक लालकृष्ण आडवाणी की अवस्था 96 वर्ष की हो गयी है । बताया जा रहा है कि बढ़ी हुई उम्र और सर्द मौसम के कारण चिकित्सकों ने उनको अयोध्या जाने से रोक दिया। हांलाकि ट्रस्ट की ओर से निमंत्रण भेज दिया गया था । लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने उनको सेहत का ख्याल रखते हुए समारोह में शामिल नहीं होने का आग्रह किया था।

हांलाकि लालकृष्ण आडवाणी ने एक भावुक पत्र लिखा है । पत्र में लिखा है कि - "इस पावन अवसर के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। हम मंदिर के सपने को साकार करने के कगार पर खड़े हैं। श्रीराम मंदिर बनाना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सपना था। 22 जनवरी को पीएम मोदी ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की। मैं धन्य महसूस करता हूं कि इस ऐतिहासिक कार्य में मेरा योगदान रहा। श्रीराम भारतीय जनमानस की भावना का प्रतीक हैं ।श्रीराम के जीवन की कहानी, रामायण एक बेहतर जीवन का ध्येय हैं ।"

डॉ मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाये । बताया जा रहा कि डॉ जोशी भी स्वास्थ्य कारणों से समारोह में भाग नहीं ले पाये । ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इन्हें भी समारोह में न आने का आग्रह किया था । एक खबर के मुताबिक उमा भारती अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद अयोध्या पहुंचीं। इसके बाद उनको तेज बुखार आ गया और वे समारोह में शामिल नहीं हो पायीं ।