अचानक खामोश हो गयीं इसरो की आवाज

अचानक खामोश हो गयीं इसरो की आवाज

ISRO के वैज्ञानिक और एजेंसी के रॉकेट काउंटडाउन लॉन्च के पीछे की जो प्रतिष्ठित आवाज आप हर लॉन्च मिशन में सुनते थे, वह अचानक खामोश हो गयी। इस आवाज के मालिक ISRO के वैज्ञानिक एन वलारमथी अब हमारे बीच नहीं रहीं । उन्होंने 64 वर्ष की आयु में दो सितंबर यानी शनिवार की शाम चेन्नई में अंतिम सांस लीं । उनके मौत की वजह हार्ट अटैक बताया जा रहा है । उनके निधन की खबर से न सिर्फ वैज्ञानिक समुदाय बल्कि आम जनता को काफी दुखी कर दिया है । लोग उन्हें सोशल मीडिया हैंडल X (ट्विटर) पर श्रद्धांजलि देते हुए नमन कर रहे हैं । एन वलारमथी देश के पहले स्वादेशी रडार इमेजिंग सेटेलाइट RISAT की परियोजना निदेशक भी थीं ।

चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के समय वैज्ञानिक वलारमथी ने ही उल्टी गिनती की थी । उनके अचानक निधन की खबर पाकर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक वेंकटकृष्ण ने दु:ख जताया है । इसरो के मैटेरियल और रॉकेट विनिर्माण विशेषज्ञ और निदेशक डॉ. पी वी वेंकट कृष्णन (सेवानिवृत्त) ने सोशल मीडिया ट्वीटर पर पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि “वलारमथी मैडम की आवाज श्री हरिकोटा से इसरो के भविष्य के मिशनों की काउंटडाउन के लिए नहीं होगी । चंद्रयान-3 उनकी अंतिम काउंटडाउन थी. एक अप्रत्याशित निधन । बहुत दुख हो रहा है । प्रणाम!”

वैज्ञानिक एन वलारमथी तमिलनाडु के अरियालुर की रहने वाली थीं । उन्होंने 30 जुलाई को आखिरी घोषणा की थी, जब पीएसएलवी-सी56 रॉकेट एक वाणिज्यिक मिशन के तहत सिंगापुर के सात उपग्रहों को लेकर रवाना हुआ था ।